ED ने पंजाब के पूर्व वन मंत्री  साधु सिंह धर्मसोत और कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया; जानें पूरी कहानी

कांग्रेस नेता और पंजाब के पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) की जांच में गिरफ्तार कर लिया। आधिकारिक स्रोतों ने यह सूचना दी। जालंधर में ED ने 64 साल के राजनेता को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया। पिछले नवंबर में ED ने धर्मसोत, राज्य के एक अन्य वन मंत्री संगत सिंह गिलजियान और कुछ वन विभाग के अधिकारियों के परिसरों पर छापेमारी की थी।

धर्मसोत पांच बार विधायक रहे हैं

यह जांच राज्य वन विभाग में पेड़ों की कटाई के लिए अनुमति देने और विभाग में स्थानांतरण या तैनाती के लिए “घूस” देने के आरोपों से संबंधित है। धर्मसोत पिछले साल पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में गिरफ्तार कर लिया था। धर्मसोत ने नाभा विधानसभा सीट से चुनाव जीता, जबकि गिलजियन होशियारपुर जिले की उर्मर सीट से चुनाव जीता।

पिछले वर्ष नवंबर में ED ने धर्मसोत के घर पर छापा मारा था। कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में उनका पद मंत्री था। पिछले वर्ष नवंबर महीने में विजिलेंस डिमार्टमेंट ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा को गिरफ्तार कर लिया गया

यहां की अदालत ने सोमवार को पंजाब विधानसभा में कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा को आपराधिक धमकी देने के मामले में जमानत दे दी। खैरा के वकील कंवलजीत सिंह ने बताया कि भोलाथ के विधायक को एक लाख रुपये का मुचलका देने का आदेश दिया गया है। रंजीत कौर ने आईपीसी की धारा-195ए (फर्जी सबूत देने के लिए किसी व्यक्ति को धमकाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत खैरा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। 2015 में पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय से एनडीपीएस कानून के तहत दर्ज मामले में जमानत मिलने के बाद चार जनवरी को खैरा को गिरफ्तार कर लिया गया।

 

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