शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा: प्रदेश की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने भिवानी में जिला स्तरीय विद्यालय प्रबंधन समिति प्रशिक्षण और कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि किया संबोधित
- सरकार ने शिक्षा को रोजगारपरक बनाकर युवाओं का भविष्य उज्जवल किया है: शिक्षा मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा
- नागरिकों से ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाने का किया आह्वान
हरियाणा की शिक्षा मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य युवाओं का भविष्य उज्जवल बनाना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 पहुंच, समानता, गुणवत्ता, सामर्थ्य और जवाबदेही के पांच आधार स्तंभों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। सरकार ने शिक्षा को रोजगारपरक बनाकर युवाओं का भविष्य उज्जवल बनाने का कार्य किया है। आज युवाओं में मेहनत करने के प्रति नई ऊर्जा का संचार हुआ है।
शिक्षा मंत्री श्रीमती त्रिखा वीरवार को जिला भिवानी में जिला स्तरीय विद्यालय प्रबंधन समिति प्रशिक्षण सह सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी।
शिक्षा मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा ने सर्वप्रथम प्रदर्शनी का उद्घाटन कर प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया।
शिक्षा मंत्री श्रीमती त्रिखा ने अपने संबोधन में कहा कि समग्र शिक्षा नीति में विद्यालय में सभी मूलभूत सुविधाएं, शैक्षणिक सहायक गतिविधियों को शामिल किया गया है। इसमें मुख्य रूप से कौशल रोजगार प्रशिक्षण और वोकेशनल एजुकेशन को स्कूलों में लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति लागू करने में हरियाणा प्रदेश काफी आगे है, सरकार ने इसे 2025 तक पूर्ण रूप से लागू करने निर्णय लिया गया है। इस दिशा में सरकार तेजी से कदम बढ़ा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के साथ – साथ लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना है। सरकार पूरा ज़ोर दे रही है कि अधिक से अधिक लड़कियों का स्कूल में दाखिला हो।
उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में छात्रों की संख्या 100 से अधिक है, उन स्कूलों के एसएलसी के पदाधिकारी की विशेष भागीदारी रही। शिक्षा मंत्री ने प्रबंधन समितियों के प्रधान और अन्य पदाधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किए। उन्होंने जिला के विभिन्न स्कूलों में शिक्षा, खेल और समग्र शिक्षा नीति तथा प्रदर्शनी में बेहतर उपलब्धि करने वाले विद्यार्थियों, विद्यालय प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा अध्यापकों को प्रशंसा पत्र और शील्ड एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
शिक्षा मंत्री ने सभी नागरिकों से पर्यावरण के प्रति अपना कर्तव्य निभाने का आह्वाहन किया और कहा कि वे ‘एक पेड़ मां के नाम’ मुहिम में अपना योगदान दें और पौधे लगाएं।
SOURCE: https://prharyana.gov.in