Holashtak 2025: होलाष्टक मंत्र-तंत्र की सिद्धियाँ विशिष्ट हैं। इसलिए पुष्य नक्षत्र और रवि-सोम का संयोग बहुत शुभ है। इस संयोजन में किए गए उपयोग से धन की समस्याएं दूर होती हैं।
Holashtak 2025: फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष में होलाष्टक के समय सोम पुष्य का योग है। ज्योतिषाचार्य डॉक्टर अनीष व्यास, पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान, जयपुर, जोधपुर के निदेशक, कहते हैं कि ऐसा संयोग कई वर्षों बाद हुआ है। होलाष्टक मंत्रों और तंत्रों की सिद्धियाँ बहुत महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में पुष्य नक्षत्र आना और रवि-सोम का संयोग बहुत शुभ है। 9 मार्च से 10 मार्च तक पुष्य नक्षत्र होगा। 9 मार्च को 11:55 बजे रात से 11 मार्च को 12:51 बजे सुबह तक पुष्य नक्षत्र रहेगा। 9 मार्च को रात्रि में 11:56 से 10 मार्च प्रातः 6:44 तक रवि पुष्य रहेगा, फिर सोम पुष्य का संयोग 6:45 से रात्रि 12:51 तक रहेगा। इस दौरान आपको सौभाग्य और सुन्दरता भी मिलेगी।
धन संकट दूर करने के लिए रवि पुष्य और सोम पुष्य का संयोग करना चाहिए। मिट्टी का एक छोटा घड़ा लेना है। इसमें शुद्ध जल भरकर पांच हल्दी की गांठ डालें। इस घड़े को मिट्टी के ढक्कन से ढककर किसी सुनसान स्थान पर रखना चाहिए। जिस जगह घड़ा रखना है, उसके चारों ओर हल्दी पाउडर से गोला लगाना चाहिए। इसके बाद अपने घर पहुंचें। यह टोटका घर की सभी गरीबी दूर करेगा।
केसर के दूध से भगवान शिव को अर्पित करें।
सोम पुष्य नक्षत्र में शिव को केसर वाले दूध से अभिषेक करें। साथ-साथ महामृत्युंजय मंत्र जाप करते रहें। इसके साथ ही शिव को पीला अंगवस्त्र भी दें। आपकी बीमारी, दुःख और धन से जुड़े सभी संकट दूर हो जाएंगे।
विवाह के उपाय
जिन युवक-युवतियों का विवाह नहीं हो पा रहा है, वे 9 मार्च को पुष्य नक्षत्र के संयोग में प्रातः स्नान करके पीले रंग के कपड़े पहनें। मस्तक पर हल्दी का तिलक लगाकर हल्दी और जल से सूर्यदेव को धन्यवाद दें। इसके बाद पीले पुष्पों से शिव को अर्पित करें। उन्हें सफेद आंकड़े के पुष्प और ग्यारह बेल पत्र अर्पित करें। इस उपयोग से शादी जल्दी होगी।
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