Indian Air Force Day
Indian Air Force Day 2023: आज भारतीय वायुसेना के खेमे में स्वदेश निर्मित छोटे लड़ाकू विमान हैं। इस लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का नाम है “प्रचंड”। जोधपुर एयरबेस में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस जनरल अनिल चौहान और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी की उपस्थिति में इन हेलिकॉप्टरों को वायु सेना के बेड़े में औपचारिक रूप से शामिल किया। वर्तमान में वायुसेना के बेड़े में मजबूत लड़ाकू विमानों की संख्या बढ़ रही है। जल्द ही इन शानदार विमानों का प्रदर्शन होगा। वास्तव में, देश भारतीय वायु सेना दिवस को एक वार्षिक उत्सव के रूप में मनाता है।
Indian Air Force Day 2023: आज भारतीय वायुसेना के खेमे में स्वदेश निर्मित छोटे लड़ाकू विमान हैं। इस लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का नाम है “प्रचंड”। जोधपुर एयरबेस में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस जनरल अनिल चौहान और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी की उपस्थिति में इन हेलिकॉप्टरों को वायु सेना के बेड़े में औपचारिक रूप से शामिल किया।
वर्तमान में वायुसेना के बेड़े में मजबूत लड़ाकू विमानों की संख्या बढ़ रही है। जल्द ही इन शानदार विमानों का प्रदर्शन होगा। वास्तव में, देश भारतीय वायु सेना दिवस को एक वार्षिक उत्सव के रूप में मनाता है। इसका मतलब है गर्व से आकाश को छूना।गीता के दसवीं अध्याय से वायुसेना का लक्ष्य वाक्य लिया गया है। भारतीय वायुसेना में सफेद, आसमानी नीला और नीला रंग हैं।
Indian Air Force Day कब मनाया जाता है?
Indian Air Force Day हर साल 8 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन गाजियाबाद के हिंडन वायुसेना स्टेशन पर कार्यक्रम का आयोजन होता है। जिसमें सेना के अधिकारी समेत कई दिग्गज शामिल होते हैं और आसमान में दमदार विमानों का प्रदर्शन किया जाता है।
Indian Air Force Day की स्थापना
भारत और पाकिस्तान के अलग होने से पहले भारतीय वायुसेना का गठन हुआ था। 8 अक्टूबर, 1932 को अविभाजित औपनिवेशिक भारत में वायुसेना की स्थापना की गई। किंग जार्ज VI ने भारत की वायुसेना को ‘रायल’ प्रीफिक्स देकर द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लिया। प्रीफिक्स, हालांकि, देश की आजादी के बाद जब भारत एक स्वतंत्र गणतंत्र बन गया, हटा दिए गए।
वायुसेना दिवस कैसे मनाया जाता है?
इस दिन हिंडन में पुरुष और महिला पायलटों की परेड होती है। यह समारोह वायुसेना के वरिष्ठ सैन्य कर्मियों को पदक देता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस साल चंडीगढ़ में कार्यक्रम में भाग लेंगी।
भारत की वायुसेना की क्षमता
भारत की आजादी से अब तक, भारतीय वायुसेना ने पांच युद्ध लड़े हैं। इसमें से चार युद्ध भारत और पाकिस्तान ने लड़े, जबकि एक चीन ने लड़ा। 1948, 1965, 1971 और 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय वायुसेना जंग में भाग लिया। चीन के साथ 1962 के युद्ध में भी भारतीय वायुसेना ने बहुत कुछ किया। भारतीय वायुसेना ने कई महत्वपूर्ण ऑपरेशनों को अंजाम दिया है, जिनमें विजय, मेघदूत, कैक्टस और बालाकोट एयर स्ट्राइक शामिल हैं।