Pitru Paksha 2024: पूर्वजों को मोक्ष दिलाने का महापर्व पितृपक्ष मेला 19 दिनों बाद शुरू होगा। 17 सितंबर को राजकीय मेला खुलेगा। इस दिन देश भर में पिंडदानियों का आना शुरू होगा।
Pitru Paksha 2024: पूर्वजों को मोक्ष दिलाने का महापर्व पितृपक्ष मेला 19 दिनों बाद शुरू होगा। 17 सितंबर को राजकीय मेले का उद्घाटन होगा। इस दिन देश भर में पिंडदानियों का आना शुरू होगा। 17 सितंबर को अनंत चतुदर्शी गोदावरी तालाब से त्रिपाक्षिक श्राद्ध शुरू करेंगे, जो पटना जिले के पुनपुन नदी या गया में होगा. 18 सितंबर को पूर्णिमा है, इसलिए भादो पूर्णिमा को दोनों दिन का पिंडदान होगा। इस वर्ष त्रिपाक्षिक गया श्राद्ध करने वाले 16 दिन की जगह 17 दिन ही पिंडदान करेंगे। पूर्णिमा से गया में त्रिपाक्षिक पिंडदान शुरू होगा। पूर्णिमा, यानी 18 सितंबर को, तीर्थयात्री प्रेतशिला और फल्गु में पूर्वजों को गयाश्राद्ध करेंगे। 19 सितंबर को द्वितीय तिथि की वेदियों पर पिंडदान किया जाएगा। फिर नियमित रूप से तिथिवार वेदियों पर पिंडदान होगा। 17 सितंबर से शुरू होने वाले पितृपक्ष मेले का समापन 2 अक्टूबर को होगा। 18 अक्टूबर से त्रिपाक्षिक शुरू होगा, जो 3 अक्टूबर को आश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा पर माताममातामाह श्राद्ध के साथ संपन्न होगा।
फल्गु से शुरू होकर अक्षयवट में सुफल के साथ संपन्न होगा पिंडदान आचार्य नवीनचंद्र मिश्र वैदिक ने बताया कि इस बार पिंडदान की तिथि में अंतर है। 15 दिन की जगह 14 दिन पितृपक्ष पखवाड़ा होगा और 17 दिन की जगह 16 दिन त्रिपाक्षिक गया श्राद्ध होगा। 18 सितंबर को भादो पूर्णिमा और आश्विन कृष्णपक्ष पक्ष प्रतिपदा एक साथ होते हैं। बताया कि मेला 17 सितंबर (भाद्रपद चर्तुदर्शी) को गया में शुरू होगा। पुनपुन पिंडदान इसी दिन होता है। 17 सितंबर को पिंडदान पुनपुन या गोदावरी से शुरू होगा।