ब्रिटेन में एक भारतीय मूल की नाबालिग लड़की पर हमले के मामले में, कई ब्रिटिश पुलिस अधिकारियों को कदाचार का आरोप लगाया गया है क्योंकि वे अपने परिवारवालों और साथियों को घटना की जानकारी देते थे। दरअसल, पिछले साल नॉटिंघम में एक मेडिकल छात्रा ग्रेस ओ-मैली कुमार को चाकू मारकर मार डाला गया, जिसमें वह मर गई। लड़की की चोटों से जुड़े विवरणों को वॉट्सएप पर जांचकर्ता पुलिस ने साझा किया। अब पुलिसकर्मियों पर इस मामले में आरोप लगाए गए हैं।
दुराचार सुनवाई में पिछले महीने बताया गया कि पुलिस ने छात्रा ग्रेस ओ-मैली कुमार, बार्नाबी वेबर और स्कूल के केयरटेकर पर चाकू से हमले के दौरान उनकी जानकारी दी थी। ड्यूटी नियमों के खिलाफ, एक दूसरे पुलिस कॉन्स्टेबल मैथ्यू गेल ने अपनी पत्नी और दोस्त को कई संदेश भेजे थे।
ग्रेस सिनैड ओ-मैली और लंदन के डॉक्टर संजय कुमार की बेटी हैं। वह अपने दोस्त वेबर के साथ कॉलेज वापस जा रही थी जब उन पर हमला हुआ और वे मर गए। 25 जनवरी को नॉटिंघम क्राउन कोर्ट में सुनवाई के बाद 32 वर्षीय कैलोकेन को मानसिक चिकित्सा केंद्र में हिरासत में भेजा गया।
ग्रेस के साथ मरने वाली एमा वेबर की मां ने इस घटना पर गुस्सा व्यक्त किया। उनका मुद्दा जांच की प्रक्रिया था। गौरतलब है कि कॉन्सटेबल गेल को इस मामले में लिखित चेतावनी दी गई है। एक अफसर (जिसका नाम नहीं बताया गया) को वहीं अतिरिक्त प्रशिक्षण दिया गया है।