Skin Health: स्ट्रेस चेहरे का निखार छीन सकता है! दाग-धब्बे और पिंपल्स का जोखिम बढ़ाता हैं, वक्त रहते हुए सावधान रहें

Skin Health: मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज्यादा तनाव हानिकारक है और इससे कई परेशानियां पैदा हो सकती हैं

Skin Health: अक्सर माना जाता है कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज्यादा तनाव हानिकारक है और इससे कई परेशानियां पैदा हो सकती हैं। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस होना आम है, लेकिन यह स्किन हेल्थ को भी खराब कर सकता है। जब हम अधिक तनाव में होते हैं, इसका सबसे पहला परिणाम हमारी त्वचा पर होता है, जो “स्ट्रेस स्किन” कहलाता है। आज हम आपको बताएंगे कि स्ट्रेस स्किन पर किस तरह प्रभाव डालता है और इससे बचने के उपाय।

अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी ने बताया कि तनाव में हमारे शरीर कोर्टिसोल सहित कई हॉर्मोन बाहर निकालता है। इस तरह के हॉर्मोन हमारी स्किन के संतुलन को बिगाड़ सकते हैं। स्ट्रेस अक्सर चेहरे पर पिंपल्स और अन्य समस्याओं को जन्म देता है। हमारी त्वचा मानसिक तनाव से सीधे जुड़ी हुई है। विभिन्न अध्ययनों ने दिखाया है कि भावनाएं भी हमारे स्किन हेल्थ को सीधे प्रभावित करती हैं। स्ट्रेस हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाता है। न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य पर, तनाव शरीर पर भी बुरा असर डालता है।

Researchers का मानना है कि जब हमारे शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन, या कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, तब यह हॉर्मोन सूजन को बढ़ाता है और स्किन की समस्याएं पैदा करता है। इससे दाने, जलन और दाग-धब्बे हो सकते हैं। इससे बाल खराब हो सकते हैं। स्ट्रेस आपकी त्वचा को ऑयली कर सकता है, जो मुंहासों को बढ़ाता है। ऑयली त्वचा से चेहरे की चमक गायब हो सकती है और चेहरे की रंगत उड़ सकती है। तनाव की गंभीर सूजन भी त्वचा को खराब करती है। ऐसे में, स्ट्रेस से बचना चाहिए ताकि स्किन निखार रहे।

बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल अक्सर स्ट्रेस से जुड़ा हुआ है। ज्यादा पीने, जंक फूड और स्मोकिंग से भी स्किन की समस्याएं बढ़ सकती हैं। स्ट्रेस और स्किन समस्याओं से बचने के लिए हेल्दी खाना खाएं, पॉजिटिव सोचें और एक हेल्दी जीवनशैली अपनाएं। नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद लेने से भी तनाव कम होता है। यदि किसी को इन उपायों के बावजूद स्किन समस्याएं होती हैं, तो उसे स्किन स्पेशलिस्ट से मिलना चाहिए। स्किन समस्याओं को अनदेखा करना बहुत खतरनाक हो सकता है।

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