Swami Rambhadracharya कहते हैं: नेताओं द्वारा राम मंदिर और प्रतिमा पर उठाए गए प्रश्नों पर रामभद्राचार्य ने कहा कि विनाशकाले विपरीत बुद्धि

Swami Rambhadracharya: शनिवार 20 जनवरी को अयोध्या में 16 जनवरी से शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का पांचवां दिन है। 19 जनवरी, यानी चौथे दिन, रामलला की पूरी तस्वीर प्रकट हुई। पहली बार रामलला का पूरा चेहरा इसमें दिखाया गया था।

शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले नई प्रतिमा में भगवान की आंखों से कपड़ा नहीं हटा सकते। यदि प्रतिमा में कपड़ा आंखों पर नहीं दिखता है तो यह गलत है। वहीं, नेताओं द्वारा राम मंदिर और नई प्रतिमा को लेकर उठाए गए प्रश्नों पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि विनाशकाले विपरीत बुद्धि है। उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

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