केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने गुरुग्राम में नालों की सफाई को लेकर अफसरों को ये निर्देश दिए

केंद्रीय मंत्री ने जल निकासी व्यवस्था को प्रभावित करने वाले स्थायी या अस्थायी अवरोधों को हटाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गंदगी करने वालों से भी गंभीरता से निपटा जाना चाहिए।

बरसात से पहले मंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने जल निकासी की सख्त व्यवस्था करने का आदेश दिया। उन्हें टूक कहा कि बरसात के समय जलभराव नहीं होना चाहिए। राव इंद्रजीत सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में एक बैठक की।

उन्होंने गुरुग्राम शहर की सफाई व्यवस्था, बरसात में जलभराव के लिए किए जा रहे इंतजामों और कई विकास कार्यों की समीक्षा की। केंद्रीय मंत्री ने जीएमडीए के सीईओ ए श्रीनिवास, गुरुग्राम नगर निगम कमिश्नर नरहरि सिंह बांगड़ और डीसी निशांत कुमार यादव से भी रिपोर्ट मांगी।

मंडलालायुक्त रमेश चंद्र बिधान भी बैठक में उपस्थित थे। राव इंद्रजीत सिंह ने समीक्षा बैठक में गुरुग्राम को वैश्विक शहर बताया। ऐसे में शहरी लोगों को स्वच्छ वातावरण देने के लिए कूड़े और जलभराव का समाधान सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्हें व्यस्ततम क्षेत्रों से कूड़ा उठाने के लिए भी निर्देश दिए गए। साथ ही, उन्होंने विस्तृत क्षेत्रों की सफाई और सीवर सिस्टम को ठीक करने के लिए एक योजना बनाने और इसे जल्द ही पूरा करने का निर्देश दिया। उनका आदेश था कि सभी अधिकारियों को क्षेत्र में भ्रमण करके सभी जीवीपी स्थानों को समाप्त करना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने सफाई व्यवस्था पर जताई नाराजगी

केंद्रीय मंत्री ने नालों की सफाई पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को हर समय सफाई व्यवस्था को और अधिक बेहतर करने का आदेश दिया। GMDA के अधिकारियों ने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम को प्रभावित करने वाले स्थाई या अस्थाई अवरोध को हटाया जाए। नालों में कूड़ा डालने वालों से भी कड़ी निंदा की जाए।

बरसात में जलभराव के लिए इंतजामों की समीक्षा

केंद्रीय मंत्री ने वजीराबाद में स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स की निर्माण प्रगति की भी रिपोर्ट मांगी। केंद्रीय मंत्री को अधिकारियों ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि 11 एकड़ में लगभग 88 करोड़ रुपये की लागत से स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण करने का वर्क आर्डर जारी हो गया है। धरातल पर काम भी जल्द शुरू हो जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि दमदमा झील में ट्रीटेड वाटर को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है केंद्रीय मंत्री ने डीसी निशांत कुमार यादव को ग्रामीणों से चर्चा करके समस्या का समाधान निकालने का आदेश दिया।

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