इस बार के चुनाव में आजमगढ़ लोकसभा सीट काफी चर्चा में है। यद्यपि इस सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ बताया जाता है, भाजपा ने इस सीट से उपचुनाव में दिनेश लाल यादव निरहुआ को उतारा और उन्होंने जीत हासिल की। यहां भी नरहुआ सांसद हैं। ऐसे में निरहुआ और सपा के धर्मेंद्र यादव आमने-सामने हैं।
यूपी में लोकसभा चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं। पांच चरणों में चुनाव करने के बाद सभी की नजरें छठवें चरण पर टिकी हुई हैं। इसी दौरान उत्तर प्रदेश की सबसे लोकप्रिय लोकसभा सीट आजमगढ़ पर भी चुनाव होना है। लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और आजमगढ़ सीट से सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने एक इंटरव्यू दिया। इस दौरान, उन्होंने परिवारवाद को निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी पर हमला बोला। बता दें कि इस बार भी उनकी सीधी लड़ाई सपा के धर्मेंद्र यादव से ही है।
क्या लड़ाई कठिन होगी?
इंटरव्यू में दिनेश लाल यादव से पूछा गया कि आप 2022 में उपचुनाव जीत चुके हैं या नहीं। यह लड़ाई इस बार कितनी कठिन है? उन्होंने कहा कि इसमें कोई कठिनाई नहीं है। यहां के लोग भी जान चुके हैं कि वे भगोड़े हैं, जीतें चाहे हारें, भाग जाते हैं।फिर, भाजपा को इसके बाद अवसर मिला। कमल खिला हुआ है। डेढ़ सालों में इतना काम किया गया है कि स्थानीय लोगों को पता चला है कि भाजपा सरकार ही आजमागढ़ में तेजी से विकास करेगी। जनता पूरी तरह से हमारे साथ है।’
गुड्डू जमाली के सपा में जाने का असर
निरहुआ ने धर्मेंद्र यादव को लक्षित करते हुए कहा कि ‘हम लोगों के पास राष्ट्रवाद और देश को विकसित करने की स्क्रिप्ट है। धरातल पर काम किया जा रहा है। इनमें परिवारवाद की स्क्रिप्ट है। जो सुपर फ्लॉप है। सड़ चुकी है। बदबू आ रही है। उसे ये ढो रहे हैं।बसपा प्रत्याशी गुड्डू जमाली के सपा में शामिल होने के फैसले पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ‘गुड्डू जमाली के सपा में जाने से बसपा का पूरा वोट क्या सपा के साथ चला गया है? ऐसा तो नहीं है। गुड्डू जमाली अकेले गए हैं। उनके जाने से 5 से 7 हजार वोट प्रभावित हुआ होगा।’
निरहुआ ने मुलायम के गढ़ पर बात की
दिनेश लाल यादव ने कहा कि आजमगढ़ को मुलायम गढ़ कहा जाता है, तो उन्होंने कहा कि यहां के यादवों ने समझ लिया है।2019 या 2022 में समझ गए। यहीं रहें, चाहे जीतें या हारें। यादवों की सेवा भी की। वह (सपा) लोग यहां से भाग गए, चाहे हारें या जीतें। दिनेश लाल निरहुआ ने काम पूरा किया। यादव भी हमारे साथ है।भाजपा में शामिल होने पर सपा विधायक रमाकांत यादव के बेटे अरुण कांत ने कहा कि ‘जो भी अपने दल में है, वे सभी मेहनत कर रहे हैं। सभी जीतने के लिए बहुत उत्सुक हैं।’
दिनेश लाल यादव ने अहीर रेजिमेंट पर कहा
उन्होंने रोजगार को लेकर अपने बयान की चर्चा में रहने की वजह पर पूछे गए सवाल पर कहा, ‘मैंने जो बयान दिया था, उसमें थोड़ी सी कटिंग कर विपक्ष ने मामले को तूल दिया। अपने बयान में मैंने न तो हिंदू धर्म या मुस्लिम धर्म का उल्लेख किया। विरोधी पक्ष तुष्टीकरण की कोशिश करता है।अग्निवीर योजना में अहीर रेजिमेंट की मांग को पूरा करने के सवाल पर दिनेश लाल यादव ने कहा कि ‘अहीर रेजिमेंट बनना चाहिए। विरोधी पक्ष अग्निवीर योजना का विरोध कर रहा है, लेकिन वे इसके बारे में कुछ नहीं जानते। इस योजना में ट्रेनिंग के साथ-साथ पैसे मिल रहे हैं। जब वे रिटायर होंगे तो उनके पास अच्छा खासा पैसा होगा। वे अपना व्यवसाय कर सकेंगे। नौकरियों में भी प्राथमिकता मिलेगी।’
संविधान को बदलने पर निरहुआ ने क्या कहा
वहीं दिनेश लाल यादव से बेरोजगारी और संविधान बदलने जैसे मुद्दों पर लगातार चर्चा की गई। उन्होंने इस पर कहा कि जब विपक्ष को कुछ नहीं मिलता, तो वे झूठ बोलने लगते हैं। हमारे प्रधानमंत्री ने नौजवानों के लिए पूरी योजना बना रखी है। आने वाले समय में भारत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का हब बनेगा। हर किसी के पास रोजगार होगा। पीएम विकसित राष्ट्र बनाने में लगे हैं।