Menopause होने पर कई महिलाओं का पूरा जीवन बदल जाता है
Menopause महिलाओं के स्वास्थ्य में आम तौर पर 45 से 55 वर्ष की आयु में होता है। मेनोपॉज होने पर कई महिलाओं का पूरा जीवन बदल जाता है। महिलाएं इस दौरान अगर खुद का सही ख्याल न रखें तो उन्हें कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ सकता है.। इन चुनौतियों की वजह से मेनोपॉज को लेकर लोगों में आम धारणा बन गई है कि यह किसी महिला की युवा जीवन का अंत है। महिलाओं में ऐसी कई अवधारणाएं डिप्रेशन और एंजायटी का कारण बनती हैं। लेकिन आपको बता दें कि मेनोपॉज से मिलने वाले लाभों में से एक यह है कि यह उनके जीवन का अंतिम चरण है, जहां वे अक्सर स्वतंत्रता, भावनात्मक स्थिरता और अपने समग्र स्वास्थ्य पर ध्यान देने का अनुभव करते हैं। तो आइए जानते हैं कि मेनोपॉज के कितने लाभ हैं।
मेनोपॉज से जुड़े कुछ पॉजिटिव पहलू:
पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा— 12 महीने तक पीरियड्स न आने पर मेनोपॉज पूरा माना जाता है। यह विशेष रूप से महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है जिन्हें भारी रक्तस्राव है या अनियमित पीरियड्स और दर्द से जूझना पड़ता है। मेनोपॉज के दौरान मासिक धर्म खत्म होने से कई महिलाओं को राहत मिलती है।
पैड्स खरीदने की चिंता— आपको हर वक्त बैग में इमरजेंसी सामान रखने की जरूरत नहीं होगी। जब आप बाहर जाते हैं, आपको बार-बार नहीं सोचना नहीं पड़ता कि बाथरूम कहां है या एक्स्ट्रा कपड़े ले जाना चाहिए या नहीं। इसके साथ ही, सैनिटरी प्रोडक्ट्स न खरीदने से आप पैसे भी बचा लेती हैं.
सोशल होने का अधिकार— पीरियड्स के दौरान कई महिलाएं सोशल इवेंट्स में भाग नहीं ले सकतीं। लेकिन मेनोपॉज से पीरियड्स की चिंता दूर होती है और महिलाएं अपने परिवार, दोस्तों और मित्रों के साथ अधिक मजबूत संबंध बनाने में सक्षम होती हैं।
गर्भधारण पर चिंता— Menopause के बाद महिलाओं को गर्भधारण की चिंता नहीं होती। यह उन्हें स्वतंत्रता देता है, जिससे वे अपने शरीर को अपनी मर्जी से प्रयोग कर सकते हैं, बिना किसी चिंता के। इससे वे अपनी सेहत पर पूरी तरह से ध्यान दे सकती हैं।
हार्मोनल परिवर्तनों से छुटकारा पाना— महिलाएं हर महीने हार्मोनल बदलाव से गुजरती हैं। वे भी भावनात्मक बदलाव महसूस करती हैं, जैसे मूड स्विंग, हार्मोनल उतार-चढ़ाव से। लेकिन अधिकांश महिलाएं मेनोपॉज के बाद स्टेबल महसूस करती हैं, इसलिए डिसीजन लेना भी आसान होता है।
स्वच्छता के लिए समय— एक अध्ययन ने पाया कि मेनोपॉज के बाद महिलाएं दूसरों से अधिक अपना ध्यान रखने पर फोकस कर सकती हैं। अपनी सेहत, व्यायाम, यात्रा और सोशल गैदरिंग। यही नहीं, वे पहले से अधिक आत्मविश्वास से हर काम कर सकती हैं।
इस प्रकार, मेनोपॉज के साथ महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं, जो उनके स्वास्थ्य पर काफी असर डालते हैं। लेकिन वे इस उम्र को अपने हर उम्र की तुलना में अधिक एंज्वॉय कर सकते हैं अगर वे भरपूर आराम पर ध्यान दें, वर्कआउट, हेल्दी डाइट और सेल्फकेयर पर ध्यान दें।